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Showing posts from September, 2015

रिसते हुए रिश्ते

कुछ दिनों से..... ये सोचे जा रहा हूँ,, इन रिश्तों के वास्ते, जाने क्या-क्या रहा हूँ...!! वो जब भी मर्ज़ी हुई..... तो पास आये,, उनके वास्ते मैं शायद..... कोठा रहा हूँ...!!