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Showing posts from August, 2011

India Has Talent ...

हाँ इतना Talent है की उसे हम घर में ही दिखाते हैं... देश के काम तो, बेवकूफ ही आते हैं..... किसी भी काम को आसान बनाने के लिए कीमत चुकाते हैं... (रिशवत) काम में महनत को, बेवकूफ ही आजमाते  हैं... चाय की चुश्कियों के साथ Corruption-Corruption चिल्लाते हैं... अनशन पर तो अन्ना जैसे बेवक़ूफ़ ही जाते हैं.... कम Talanted नहीं हैं नेता जी भी, जो संसद में चिल्लाते हैं.... गरीबों के दुखड़े सुनने तो बेवक़ूफ़ ही जाते हैं... भारत माँ के चीरहरण कर्ता को बिरियानी का सेवन कराते हैं.... ऐसे कमीनों को मारने वाले बेवकूफ ही कहलाते हैं.... सच में मेरे देश में बड़ा ही Talent है... -(रवि प्रताप सिंह)

Today’s Generation…..

Fans of movies are every where, we can see them here and there.. they know all the heroes, in the studies, they may be zero.. for the movies, they are mad, when they have to study they became sad.. Teacher says,”Writer of the poem is Mr. John.” , Student says,”Leave it, see filme ‘Hum aapke hai kaun’”.. Teacher says,”Why are you coming on later”, Student says,”Sir ‘RAJA’ film is going on in the theatre”.. They know about each and every dialogue and scene, in the studies, their minds are clean.. In doing the homework, they are very slow, for seeing movies, they shine with glow.. so future generation will be full of actors, Films will be made on each and every chapter..

जय हो बेईमान की...

बेकारी औ भुखमरी, महंगाई घनघोर,, जित देखूं तित दिखें,खादी में सब चोर| इस पेज पर में करता हूँ, बातें हिन्दुस्तान की,, जय बोलो बेईमान की! बातें तो सब ही करें, अमल करे न कोय,, महगाई के बोझ तले, गरीब बिलख कर रोय | करता हूँ फ़रियाद में सबसे, लोगों के कल्याण की,, जय बोलो बेईमान की! देश देश तो सब करें, देश न समझे कोय,,, भारत माँ के चीरहरण पर,कोई नहीं अब रोय | इज्ज़त लूट रहे हैं नेता, मेरे हिन्दुन्तान की,,, जय बोलो बेईमान की… | (doc Ravi)  

Happy BIRTHDAY Brother

चर्चे जिसके अवधपुरी में,हर कोई लेता नाम.. कानपुर के उस गौरव को,करता रवि प्रणाम... जन्मदिवस है तीन अगस्त, देखे किसी का गर वो कष्ट.. उसकी मदद करे अविराम.. कानपुर के उस गौरव को,करता रवि प्रणाम... योगी पर बैठक होती है, दुखड़े लेकर जनता रोती है.. सुनकर करे सबका कल्याण... कानपुर के उस गौरव को,करता रवि प्रणाम... नफरत और ताकत के आगे, नहीं झुकाया शीश, शर्तों पर वो जिया है अपनी,नाम है उसका मनीष.. मित्र भी सच्चा... इंसान भी अच्छा,, करें सभी सम्मान.. कानपुर के उस गौरव को,करता रवि प्रणाम... By (Doc Ravi Pratap Singh) For My Friend (Mannu) Happy Birthday my Friend... :))

एक पहेली... (तीन देवियाँ मेरे TL की)

टोरंटो में रहने वाली,, शायरी में सब कहने वाली... सांई का साथ कभी न छोड़े, हँस कर सब से रिश्ता जोड़े.. जीवन जिसका है सादा,, वो है कौन..""मैडम अनुराधा" कनेडियन छोरी गोरी गोरी, पर लागे है सिस्टर मोरी.. DP के सब कायल हैं, ट्विट्टर पर कई घायल हैं.. नाम है उसका very simple वो है कौन.....""मैडम रिम्पल" ट्विट्टर की एक हस्ती हैं, जो दिल्ली में बसती हैं.. ट्विट्टर पर जब आती हैं, गाने वो गुनगुनाती हैं... नाम बताने में उनका, करना मत त्रुटी... वो हैं कौन....... ""मैडम श्रुति""

‘‘हाथ से सिगरेट छूट गई......’’

‘‘हाथ से सिगरेट छूट गई......’’ .............................. ​................... ‘‘अठारह वर्ष से कम उम्र के बच्चों को तम्बाकू या तम्बाकू से बने पदार्थ बेचना दंडनीय अपराध है।’’शहर में पान की दुकानों पर यह तख़्ती लगी थी। स्कूल के छोकरे सिगरेट पीना चाह रहे थे। ‘‘ओए, जा ले आ सिगरेट।’’ ‘‘मैं नहीं जाता। पान वाला नहीं देगा।’’ ‘‘अबे, कह देना, पापा ने मँगाई है।’’ ‘‘स्कूल में.....?’’ ‘‘चलो, शाम को नुक्कड़ पर मिलेंगे।’’ ‘‘ठीक है।’’ ............. ‘‘भइया, एक सिगरेट का पैकेट देना। हाँ, गुटखा भी।’’ ‘‘बच्चे, तुम तो बहुत छोटे हो। तुम्हें नहीं मिल सकता।’’ ‘‘अंकल, मेरे पापा ने मंगवाई है। ये लो पैसे।’’ ‘‘ओह! तुम तो शुक्ला साब के बेटे हो।’’ पान वाले ने सहर्ष उसे सामान दे दिया। कुछ दिन बाद....। ‘‘राम–राम शुक्ला जी।’’ ‘‘लीजिए साब। आजकल बेटे से बहुत सिगरेट मँगाने लगे हो। हर रोज शाम को आ जाता है।’’ सुनकर शुक्ला साब के हाथ से सिगरेट छूट गई......।